Second-hand Car Buying Tips – सेकंड हैंड कार  खरीदने के  लिए महत्वपूर्ण टिप्स

Second-hand Car Buying Tips - सेकंड हैंड कार  खरीदने के  लिए महत्वपूर्ण टिप्स

Second-hand Car – वैसे तो सारी दुनिया में  कारों का चलन काफी बढ़  चूका है।  कार हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है।  आज हर घर में कार सुविधा से ज्यादा ,एक जरूरत बन गया है।  हमें कहीं भी घूमने जाना हो या फिर अपने ऑफिस जाना हो तो हमें कैब या टेक्सी करने की जरुरत नहीं पड़ती , जिससे हमारा समय और पैसा दोनों बच जाता है।  

भारत में भी सेकंड हैंड कारों का चलन भी काफी बढ़ चूका है। जो लोग नई कारों की तरफ नहीं जा सकते उनके लिए ये बेस्ट ऑप्शन है कि वो अपनी शुरुआत एक Second Hand Car खरीदकर कर सकते हैं।  इसलिए आज हम आपको बतायंगे कि सेकंड हैंड कार खरीदते वक्त आपको किन किन बातो को ध्यान में रखना चाहिए और कुछ महत्पूर्ण टिप्स।

कार के लिए बजट

यदि आप Second Hand Car खरीदना ही चाहते है तो आप सबसे पहले अपना बजट निर्धारित कीजिये। आपको ये बात मालूम होनी चाहिए कि आपके पास कितना पैसा है। आपको अलग अलग प्रकार के मॉडल्स और वेरिएंट्स  वाली कारें मिल जाएगी।  जिनमे कुछ सस्ती और कुछ महंगी भी हो सकती है। यदि आपका बजट कम या ज्यादा है तो इससे आपको कार चुनने में आसानी होगी और  आप अपनी जरूरतों और सुविधाओं के अनुसार कार खरीद सकते हैं।

जरुरत के आधार पर कार

आप कार खरीदने की सोच ही रहे है तो आपको ये बात अच्छे से पता होना चाहिए की गाडी आप क्यू खरीद रहे हैं।ऑफिस के लिए या फिर अपने परिवार के लिए।   यदि आप अपने परिवार के लिए खरीद रहे ही तो आपको ये बात मालूम होनी चाहिए कि आपके परिवार के लिए कौन सी गाडी बेस्ट है। वो गाडी कितने सीटर है और क्या वो गाडी आपके परिवार के लिए पर्याप्त है।  और यदि वो पर्याप्त है तो वो , आपके बजट में आ रही है या नहीं।  इसलिए आप अपने जरुरत के आधार पर और थोड़ी रिसर्च करने के बाद ही अपने लिए कोई गाडी लें।

कार की हिस्ट्री और दस्तावेज

जब भी आप Second Hand Car ख़रीदे तो सबसे पहले उस कार की हिस्ट्री को चैक कर लेना चाहिए। आपको हर छोटी छोटी बातों पर ध्यान देना चाहिए। जैसे कि उस कार की सर्विस हिस्ट्री ,फायनेंशियल हिस्ट्री तथा एक्सीडेंट हिस्ट्री आदि। या फिर आप उस कार की हिस्ट्री  RTO के ऑफिसियल वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन भी चैक कर सकते हैं। इससे आपको पता चल जाएगा कि कार का रखरखाव ठीक से हुआ है या नहीं। 

कार लेने से पहले आपको उस कार के मालिकाना दस्तावेजों को अनिवार्य रूप से चेक कर लेना चाहिए। उन दस्तावेजों में आर सी बुक , प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट (पी यू सी ) , बिमा कागजात होना चाहिए। आपको उन कारों को लेने से बचना चाहिए जिसके कागजी दस्तावेज ना हो। 

इंजन और कार की स्तिथि

सेकंड हैंड गाड़ी के इंजन की   स्थिति को चेक करना बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें इंजन, गियर बॉक्स, ब्रेक्स, सस्पेंशन, टायर्स, और बैटरी शामिल होते हैं। यदि  आप इन सब को अच्छे से चेक नहीं कर पा रहे है, तो आप गाड़ी को देस्खने के लिए  एक अच्छे मैकेनिक की सलाह भी ले  सकते हैं। जिससे आपको ये भरोसा हो जायेगा कि आप अपने लिए एक अच्छी कार ले रहे हैं।  

माइलेज

किसी भी गाडी के लिए उसका माइलेज बेहद महत्वपूर्ण है।  सेकंड हैंड कार के लिए तो ये बेहद ही महत्वपूर्ण बात है। यदि गाड़ी नई है या ज्यादा पुराणी नहीं है और उसमे माइलेज से समन्धित प्रॉब्लम्स देखने को मिलती है तो ,ऐसी गाड़िया ना ही खरीदे।  इससे आने वाले समय में आपको बेहद प्रॉब्लम्स हो सकती है।  इस लिए माइलेज से समन्धित बाते विक्रेता से विस्तार पूर्वक चर्चा कर लेनी चाहिए।

टेस्ट ड्राइव

Car को खरीदने से पहले, कार का टेस्ट ड्राइव जरूर करें। इससे आपको कार चलाने का अनुभव मिल जायगा और आपको पता चल जाएगा कि कार अच्छी तरह से चलती है या नहीं। टेस्ट ड्राइव करते समय आपको , कार के इंजन, ब्रेक, गियर, और अन्य भागों पर भी  ध्यान रखें ताकि आपको पता चले की गाडी के सभी पार्ट्स  अच्छे काम कर रहे है नहीं।

यदि आपको यहाँ पर भी समस्या आती है तो आप अपने साथ एक अनुभवी ड्राइवर की सहयता ले सकते है। टेस्ट ड्राइव करने के बाद उस गाडी की हर बात जान सकते है।

मेंटनेस

कई बार ऐसा होता है कि , सेकंड हैंड कार बाहर से देखने में बाद ही सुन्दर लगती है और अंदर से उतनी ही कबाड़ होती है जैसे कि उसकी मेंटनेस, देखभाल  वगैरह। इसका मुख्य कारण ये हो सकता है कि , उस कार की देखभाल ये मेंटनेस  अच्छे से न हुई हो। इसलिए इन सब की  जांच परख करना बेहद जरुरी है।  यदि आप इन सब की जाँच परख नहीं करते है तो आप बेहद मुश्किल में पड़ सकते है। चाहे तो आप किसी ऑटो  एक्सपर्ट की सहायता भी ले सकते है।  

कीमत की तुलना

ये एक बेहद ही महत्वपूर्ण बात है। किसी भी सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले, मोल-भाव जरूर करें। इससे आपको कार की कीमत कम करने में काफी  मदद मिल सकती है और कम कीमत में आपको एक अच्छी कार मिलने में आसानी हो सकती है ।  मोल-भाव करते समय, उस कार की स्थिति, मॉडल, और अन्य कारकों को भी  ध्यान में रखें। 

यदि आपको इस कार डील में कुछ गड़बड़ी लगती है तो इस डील को केंसल करके आप दूसरे डीलर के पास जा सकते है।  यदि डील आपको अच्छी मिलती है तो गाडी के सारे कागजातों को अच्छे से चेक अवश्य कर लेवें।  

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